निगम मे भूजल रिचारजिंग और वर्षा जल संचयन तकनिकी का प्रशिक्षण

देवास/ देवास शहर मे जल वितरण को लेकर संचालन संधारण कार्य सहित जल संवरक्षण को लेकर विस्तृत चर्चा हुई साथ ही भूजल रिचारजिंग और वर्षा जल संचयन तकनिकी का प्रशिक्षण 2 नवम्बर (बुधवार) को निगम बैठक कक्ष मे निगम सहायक ऐजेंसी नागरथ चेरिटेबल ट्रस्ट इन्दौर द्वारा प्रेजेंटेशन दिया गया। बैठक कक्ष मे आयुक्त विशालसिह चौहान के साथ ऐजेंसी लीडर सुरेश एमजी व उनकी टीम के सदस्यो तथा विभागीय अधिकारियो मे उपायुक्त पुनीत शुक्ला, अधिक्षण यंत्री अरूण मेहता, निगम कार्यापालन यंत्री नागेश वर्मा, इंदुप्रभा भारती, सहायक यंत्री जगदीश वर्मा, सौरभ त्रिपाठी, जितेन्द्र सिसोदिया, उपयंत्री दिलीप मालवीय, दिनेश चौहान, विजय जाधव, उपस्थित रहे। ग्राउंड वाटर रिचार्ज एवं रि—वाटर हार्वेस्टिंग के संबंध मे विस्तृत जानकारी देते हुये ऐजेंसी लीडर सुरेश एमजी ने बताया कि धरती का पानी धरती मे किस तरह से हमे पहुॅचाना है जिससे जमीन का वाटर लेबल बढे ताकि भविष्य मे आने वाली पीढियो को भीषण जल संकट का सामना नही करना पडे। इसी को लेकर देवास शहर मे जमीन वॉटर लेबल बढाये जाने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग किया जाना अति आवश्यक है। भारत सरकार द्वारा पेयजल सर्वेक्षण सभी नगर निगमो मे किया जा रहा है। जल शक्ति विभाग द्वारा इस सर्वेक्षण को लेकर कार्य किया जा रहा है। जिसमे देवास नगर निगम भी इस पहल मे अपना कदम बढा रहा है। टीम ऐजेंसी द्वारा देवास शहर मे रेनवॉटर हार्वेस्टिंग कर शहर का पानी शहर मे ही संग्रहित हो इस उदृेश्य को लेकर निगम आयुक्त के साथ अन्य नगर निगमो मे किये गये रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के कार्यो के संबंध मे चर्चा के साथ कार्य का प्रेजेंटेशन भी दिया गया। जिस प्रकार से धरती के पानी को बोरवेल के माध्यम से निकाला जाता है उसी अनुसार धरती मे वर्षा के पानी को संग्रहित करें। जिससे आने वाली पीढी को पर्याप्त मात्रा मे पानी प्राप्त होगा। आयुक्त ने कहा कि हमे जल पुर्नभरण करना चाहिये इसी को दृष्टिगत रखते हुये शासन की इस पहल को गंभीरता से लेते हुये देवास शहर का वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भौगोलिक सर्वे पूर्व मे ही कराया गया है। इस अभियान को लेकर आयुक्त ने विभागीय अधिकारियो मे सहायक यंत्री जगदीश वर्मा को आगामी 10 दिवसो मे जल संवरक्षण को लेकर शहर हित मे मास्टर प्लान तैयार करने हेतु कहा। रेनवॉटर, वॉटर हार्वेस्टिंग अभियान को किस तरह से करना है उसकी तैयारी को लेकर स्वच्छ भारत मिशन कन्सलटेंट विश्वजीतसिह को कार्य सौंपा। ई.ई.नागेश वर्मा को ऐजेंसी के सहयोग के साथ शासकीय भवनो, कमर्शियल बिल्डींगो तथा शासन निर्धारित गाईड लाईन अनुसार आवासीय भवनो मे सर्वे कार्य के साथ वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य सौंपा गया। इसी प्रकार निगम फायर अधिकारी जितेन्द्र सिसोदिया को औद्योगिक क्षेत्र मे टीम के साथ सर्वे करवाये जाने के साथ मानक अनुरूप वॉटर रिचार्ज की व्यवस्था को भी देखने हेतु निर्देशित किया। इसी के साथ बैठक मे उपस्थित निगम के ठेकेदारों मे शाकीर शेख के द्वारा दिये गये अपने सुझाव मे कहा कि शहर के वार्ड 45 ग्राम नागदा से शहर से होती हुई निकलने वाली नागधम्मन नदी को गहरीकरण एवं सुधार कार्य कर जगह—जगह स्टॉप डेम बनाया जावे जिससे आस—पास के क्षेत्रो का वॉटर लेबल बढाया जा सके और नदी के पानी को गंदे नाले मे जाने से रोका जा सके। श्री शेख की इस पहल पर आयुक्त द्वारा बहुत ही अच्छा सुझाव मानकर ई.ई. वर्मा एवं सुश्री भारती को इस पर कार्य योजना तैयार करने हेतु कहा। आयुक्त ने बैठक मे उपस्थित टीम लीडर सुरेश एमजी एवं उनकी पूरी टीम को इस अभियान के तहत दी गई ट्रेनिंग एवं दिये गये प्रेजेंटेशन के लिए धन्यवाद देते हुए बैठक समाप्त की।