गैस चलित शवदाह गृह 1 दिसंबर से प्रारंभ होगा मुख्य मुक्तिधाम में पर्यावरण की दृष्टि से गैस चलित शवदाह गृह का होगा उपयोग

देवास। मुख्य मुक्तिधाम में एक दिसंबर से गैस चलित शवदाह गृह प्रारंभ होगा। विधायक प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल द्वारा नगर निगम के अधिकारियों के साथ मुक्तिधाम की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। मुक्तिधाम से संबंधित कुछ समस्याएं थीं, उन समस्याओं से विधायक प्रतिनिधि श्री अग्रवाल को अवगत कराया गया। नगर निगम द्वारा गैस के माध्यम से शवदाह गृह का आरंभ एक दिसंबर से किया जा रहा है, जिसमें अब शवों का दाह संस्कार ज्यादा से ज्यादा गैस द्वारा संचालित शवदाह गृह में ही किया जाएगा। जिससे लकड़ी, कंडे से होने वाले प्रदूषण पर अंकुश होगा। गैस से संचालित शवदाह गृह में दाह संस्कार किए जाने पर जनहित को देखते हुए 1100 रुपए का दाह संस्कार शुल्क निर्धारित किया गया है। यह जानकारी विधायक प्रतिनिधि द्वारा देते हुए मुक्तिधाम का निरीक्षण के दौरान जो कमियां पाई गई, उन पर फोकस करते हुए निगम अधिकारियों को उन व्यवस्थाओं के सुधार के लिए निर्देशित किया। साथ ही मुक्तिधाम शेड की चद्दर, दाह संस्कार के लिए लगे लोहे के एंगल जो कि क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, जिन्हें बदलना आवश्यक होगा उनके साथ शेड के नीचे आवश्यकतानुसार ब्लॉक लगाने के साथ स्नानागार में पानी की व्यवस्था, मुंडन संस्कार की पृथक से व्यवस्था के लिए कटिबद्ध होकर श्री अग्रवाल द्वारा निर्देशानुसार उक्त सभी काम जो कि समय पर हो या निविदा के माध्यम से हो पूरा प्लान तैयार कर उक्त काम की कार्ययोजना तैयार किए जाने हेतु सहायक यंत्री सौरभ त्रिपाठी को कहा। साथ ही मूलभूत कार्यों को प्राथमिकता देते हुए तत्काल करवाए। मुक्तिधाम में पर्यावरण की द्ष्टि से यथायोग्य स्थानों पर छायादार वृक्ष एवं पौधे लगाकर ग्रीनरी बढ़ाई जाएगी, जिससे पूरा मुक्तिधाम हराभरा दिखते हुए मुक्तिधाम पर समुचित व्यवस्था हो। जनसुविधा को देखते हुए मुक्तिधाम पर नया सामुदायिक शौचालय बनाया गया है, जो लगभग पूर्णता की ओर है, जिसे शीघ्र ही जनता के उपयोग के लिए शुरू किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान एमआईसी सदस्य धर्मेंद्रसिंह बैस, जितेंद्र मकवाना, श्रीराम यादव, पार्षद प्रतिनिधि निलेश वर्मा, अजय पडिय़ार, मंडल अध्यक्ष सचिन जोशी, संजय महाजन सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।